हरियाणा रंग उत्सव के तीसरे दिन उरूभंगम नाटक की प्रस्तुति ने सभी दर्शकों को झकझोर कर रख दिया। फोर्थ वॉल प्रोडक्शंस द्वारा आयोजित इस पांच दिवसीय रंग उत्सव को कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा सरकार के सहयोग से किया जा रहा है।
संस्कृत के महाकवि भास द्वारा लिखित नाटक उरूभंगम महाकाव्य महाभारत पर आधारित है। उरूभंगम का अर्थ है घुटनों का टूटना। यह नाटक भीम व दुर्योधन के युद्ध के दौरान और उसके बाद के दुर्योधन के चरित्र पर केन्द्रित है। इस नाटक की केन्द्रीय पटकथा महाभारत से ही ली गई है लेकिन भास ने कुछ परिप्रेक्ष्यों को बदल दिया है, जिसमें चरम बदलाव है भास द्वारा दुर्योधन का चित्रण। दुर्योधन दरअसल महाभारत में तो खलनायक नज़र आता है लेकिन इस नाटक में उसके मानवीय गुणों को सामने लाया गया है। यह नाटक संस्कृत नाटकों में अपना विशेष स्थान रखता है। ड्रामाटर्जी थियेटर समूह के कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों को झकझोर कर रख दिया।
इस नाटक का निर्देशन सुनील चौहान ने किया। नाटक के मुख्य कलाकारों में नितिश उपाध्याय, विक्रांत गौतम, क्षितिज मिश्रा, अनूकूल मिश्रा, हर्ष, राघव छाबड़ा, समीर अंसारी, सजल वर्मा, करन कश्यप, मो0 आकिब, अभ्युदय मिश्रा, अंजली शर्मा, अंकिता पटनायक, अंचल सिंह, प्रशांत सूर्यवंषी, प्रांजल सिंह आदि शामिल रहे। इसके साथ ही संगीत संचालन की भूमिका निशांत सिंह, शुभम शर्मा, अली महम्मद ने निभाई।