19 अक्टूबर – फरीदाबाद : नगर निगम की ओर से एक तरफ तो स्वच्छता अभियान का ढिढोरा पीटा जा रहा है, लोगों का आह्वान किया जा रहा है कि सफाई व्यवस्था में सहयोग दें, पर खुद निगम अधिकारियों व सफाई निरीक्षकों को शहर की सफाई व्यवस्था से कोई लेना देना नहीं है। दशहरा शुक्रवार को था, इसलिए छुट्टी थी। अगले दिन शनिवार की और फिर रविवार की छुट्टी। इसके बाद सोमवार को उम्मीद की जा रही थी कि सफाई शुरू होगी, पर तब बारिश आ गई। न सिर्फ शहर के गली मोहल्ले सफाई से महरूम हैं, बल्कि इकोग्रीन ने खत्तों से भी कचरा नहीं उठाया है।बारिश होने से कई खत्तों का कचरा फैल गया है साथ व्यवस्था और बिगड़ गई है। घर-घर से कचरा एकत्र करने का काम ईकोग्रीन का है। ईकोग्रीन ही शहर के खत्तों से कचरा एकत्र करके बंधवाड़ी प्लांट तक पहुंचाती है। बारिश में सोमवार को कई जगह खत्तों पर कचरा फैला दिखाई दिया। शहर में पहले ही डेंगू और बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है, हालांकि यह भी सही है कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है, पर सफाई तो होनी ही चाहिए। बता दें कि एनआइटी, ओल्ड फरीदाबाद तथा बल्लभगढ़ जोन के विभिन्न क्षेत्रों में सफाई के लिए लगभग 3500 सफाई कर्मी कार्यरत हैं, पर जिस तरह से हाल दिख रहा है, उससे लगता नहीं कि कहीं सफाई हो रही है। ईकोग्रीन के सहायक महाप्रबंधक अनंतनाथ ने बताया कि इन दिनों रोजाना लगभग 800 टन कचरा एकत्र किया जा रहा है। पंजीकृत खत्तों से नियमित रूप से कचरा उठाया जा रहा है। बारिश के कारण हो सकता है कहीं कचरा फैल रहा है। इस स्थिति को दुरुस्त कराया जाएगा।
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