17 अक्टूबर – बल्लभगढ़ : शहर में शुक्रवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान यमुना मेें तीन किशोर डूब गए थे। 24 घंटे की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने दिल्ली के महिपालपुर के रहने वाले सुमित के शव को ढूंढ लिया। अभी दो अन्य की तलाश जारी है। तीनों भाई एक-दूसरे के बचाने में नदी में डूब गए थे। पुलिस के अनुसार, शनिवार की सुबह पुलिस बल व गोताखोरों ने सुमित के शव को यमुना से ढूंढ लिया। डॉ. प्रशांत द्वारा पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। फरीदाबाद के गांव करनेरा निवासी सुखबीर के बेटे गौरव ने बताया कि अनुज उसका छोटा भाई है। 10वीं कक्षा ओपन से की हुई है। उसके बाद ड्राइक्लीन की दुकान चलाता है। गौरव ने बताया कि महिपालपुर के रहने वाले चाचा कर्ण के चार बेटे हैं जिसके नाम सुमित, पीयूष, लक्की व रितिक हैं। सुमित 9वीं कक्षा का छात्र था जबकि पीयूष 7वीं में है। उन्होंने बताया कि परिवार के लोग यमुना में शुक्रवार को मूर्ति विसर्जन के लिए गए थे, जिसमें तीनों भाई सुमित, पीयूष व अनुज भी शामिल थे। मूर्ति विसर्जन के दौरान पीयूष का पहले पैर फिसल गया। पीयूष को बचाने के चक्कर में सुमित का भी पैर फिसल गया। सुमित और पीयूष को बचाने के लिए अनुज ने जैसे ही आगे कदम बढ़ाए, तीनों कुछ कदम पर बने भंवरे में फंसते चले गए। पुलिस के द्वारा शुक्रवार शाम से तीनों की तलाश की जा रही है। शनिवार की सुबह सुमित का शव बरामद हो गया। वहीं अन्य की तलाश जारी है। शनिवार को डीसी जितेंद्र यादव और एसडीएम त्रिलोक चंद ने घटना स्थल पर पहुंच कर जायजा लिया। थाना छायंसा के एसएचओ कुलदीप ने बताया कि गोताखोरों की मदद से बच्चों की तलाश की गई।
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