11 अक्टूबर – महाराष्ट्र : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा की आग की लपटें अब महाराष्ट्र तक पहुंच चुकी है ।एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना के सत्तारूढ़ गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) द्वारा किए गए बंद के आह्वान का असर अब दिखने लगा है। फल ,सब्जी से लेकर कई दुकानें बंद की गई हैं और कुछ इलाको से हिंसा की खबर भी सामने आ रही है। हालांकि आवश्यक वस्तुओं की बिक्री की अनुमति दी गई है। दरअसल शनिवार को एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना के सत्तारूढ़ गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के विरोध में महाराष्ट्र बंद का आह्वान करते हुए कहा था कि बंद का आह्वान यह दिखाने के लिए किया गया है कि हमारा राज्य देश के किसानों के साथ है। वहीं शिवसेना के सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के विरोध में 11 अक्टूबर को महाराष्ट्र बंद में पूरी ताकत से भाग लेगी।
लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में बंद के बाद कथित तौर पर अब महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों से हिंसा और तोड़फोड़ की खबरें सामने आने लगी है। बेस्ट की ओर से बताया गया है कि देर रात से अब तक शहर के अलग-अलग हिस्से में उनकी नौ बसों को क्षतिग्रस्त किया गया है। बेस्ट द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों ने सुबह-सुबह धारावी, मानखुर्द, शिवाजी नगर, चारकोप, ओशिवारा, देवनार और इनऑर्बिट मॉल के पास पट्टे पर किराए पर ली गई एक सहित नौ बसों में तोड़फोड़ की है। साथ ही सुबह से ही बेस्ट की बसें नहीं चल रही है जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ट्रैफिक पर भी बंद का असर साफ देखा जा रहा है।
व्यापारी संघों ने भी महाराष्ट्र बंद में भाग लेकर सोमवार को पुणे कृषि उपज मंडी समिति (एपीएमसी) को बंद रखने का फैसला किया है। छत्रपति शिवाजी मार्केट यार्ड ट्रेडर्स एसोसिएशन ने घोषणा की है कि सोमवार को सभी फल, सब्जी, प्याज, आलू बाजार बंद रहेंगे। व्यापारी संघ ने भी सभी सदस्यों से सोमवार को अपना व्यापार बंद रखने की अपील की है।महाराष्ट्र सरकार की तरफ से बुलाए गए बंद को देखते हुए किसी भी उपद्रव को रोकने के लिए दादर सर्कल पर सैकड़ों पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
: गौरी राजपूत