
1 अक्टूबर :- राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जम्मू कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी के वित्तीय स्रोत को खत्म करने में जुटी है। इस संबंध में करीब दर्जन भर संदिग्धों से मिले सुराग के आधार पर जांच एजेंसी जल्द ही नए सिरे से छापेमारी कर सकती है। आतंकी फंडिंग मामले में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी के खिलाफ चल रही जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी को पाकिस्तान से हो रही फंडिंग के अहम सुराग हाथ लगे हैं
सूत्रों ने कहा कि 8 और 9 अगस्त को हुई छापेमारी के दौरान श्रीनगर, बडगाम, गांदरबल, बारामुला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा, अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा, कुलगाम, रामबन, डोडा, जम्मू और कश्मीर में किश्तवाड़ और राजौरी जिले में काफी अहम जानकारियां सामने आई थीं। संगठन को हो रही फंडिंग और उसके जरिये कट्टरपंथ के प्रसार पर लगाम कसने के लिए जांच एजेंसी व्यापक रणनीति के तहत काम कर रही है सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी के कट्टरपंथियों और उनके समर्थकों के ठिकानों पर नए सिरे से छापेमारी की जाएगी। कट्टरपंथ और आतंक को शह दे रहे लोगों को एजेंसी ने पहले पकड़े गए लोगों से पूछताछ के आधार पर चिह्नित किया है। सूत्रों ने बताया कि एक दर्जन से अधिक जमात-ए-इस्लामी कैडरों और प्रतिबंधित संगठन से जुड़े संदिग्धों से पूछताछ के दौरान नए सुराग मिले हैं। सभी कड़ियों को खंगाला जा रहा है।
तालिबान राज के बाद चल रहा विशेष अभियान जांच एजेंसी अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के बाद से कट्टरपंथ के खिलाफ विशेष तौर पर अभियान चला रही है। कई अन्य एजेंसियां संभावित खतरो के मद्देनजर इनपुट साझा करके कार्रवाई में जुटी हैं। सूत्रों ने कहा, एक तरफ घाटी में घुसपैठ रोकने और घुसपैठियों को मार गिराने का अभियान सुरक्षाबलो द्वारा चलाया जा रहा है। दूसरी तरफ घाटी के अंदर मौजूद आतंकियों को शह देने वाले कट्टरपंथी संगठनों पर शिकंजा कसने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई जांच एजेंसियां कर रही हैं।