28 सितंबर-फरीदाबाद | देवाश्रय पशु चिकित्सालय एवं पीपल फॉर एनिमल संस्था के सहयोग से नीमका स्थित एनिमल हॉस्पिटल (सर्वोदय फाउंडेशन द्वारा संचालित ) द्वारा रेबीज और इसकी रोकथाम को लेकर ‘विश्व रेबीज दिवस’ पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 28 सितंबर, प्रतिवर्ष ‘विश्व रेबीज दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.
सर्वोदय फाउंडेशन की संस्थापक श्रीमती अंशु गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि रेबीज एक जूनोटिक बीमारी है जो जानवरों से इंसानों में फैलती है. ये रेबीज वायरस की वजह से होता है जो रबडोविरिडे परिवार के लिसावायरस जींस से पैदा होता है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, भारत में हर साल तकरीबन 20,000 रेबीज से मौतें होती हैं. रेबीज ने पिछले पांच वर्षों में भारत में COVID-19 से ज्यादा लोगों की जान ली है. एक विशेष दिन पर, वैश्विक रेबीज समुदाय दूसरों के बीच इस संक्रामक बीमारी को सूचित करने और उससे निपटने में मदद करता है।
पीपल फॉर एनिमल संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष रवि दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि ‘विश्व रेबीज दिवस’ के लिए इस वर्ष की थीम रेबीज के बारे में तथ्यों को साझा करने पर केंद्रित है, न कि बीमारी के बारे में डर फैलाने पर और इन बातों को ध्यान में रखते हुए ही आज हमने फ्री वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन किया है, ताकि अधिक से डॉग्स, कैट्स को अधिक से अधिक मात्रा में रेबीज का टीका लगाया जा सके और लोगों को इस बीमारी से बचाया जा सके। कार्यक्रम में लगभग 42 पशुओ को वैक्सीन लगाई गई जिसमें फीमेल डॉग्स, मेल डॉग्स, और कैट सम्मलित है।
कार्यक्रम में मुख्यरूप डॉ सुनील, बृजेश, हिमांशु भट्ट का योगदान रहा।