02 अगस्त-अंबाला : संस्कार भारती हरियाणा प्रांत की साधारण सभा रविवार मुरलीधार डी. ए. वी. के सभाग्रह में संपन्न हुई। संस्कार भारती हरियाणा प्रांत की कार्यकारिणी का गठन केंद्र अधिकारी अनुपम भटनागर (उत्तर क्षेत्र प्रमुख) की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस सभा में पुरानी कार्यकारिणी भंग करके नई कार्यकारिणी गठित की गई। कार्यक्रम का आरम्भ नटराज भगवान की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर संस्कार भारती के ध्येय गीत से किया गया। महामंत्री अभिषेक गुप्ता द्वारा उनके पिछले कार्यकाल का संपूर्ण विवरण दिया गया। माननीय अध्यक्ष द्वारा अपनी पूरी टीम का आभार व्यक्त करते हुए पिछले वर्ष की कार्यकारिणी भंग करने की घोषणा की।
इसके पश्चात सभा की कार्रवाई करते हुए अनुपम भटनागर ने कहा कि संस्कार भारती कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था है जिसमें संगीत, साहित्य, नाट्य, नृत्य, भू-अलंकरण, लोक कला, प्राचीन कला, चित्रकला, दृश्य एवं श्रव्य कला के कलाकारों को एक मंच पर लाने का अवसर प्रदान करती है।
संबोधन के पश्चात उत्तर क्षेत्र प्रमुख अनुपम भटनागर ने नव कार्यकारिणी की घोषणा की जिसमें पद्मश्री सुमित्रा गुहा जी प्रांत अध्यक्ष, डॉ नेमचंद गर्ग जी कार्याध्यक्ष, ओम बहल उपाध्यक्ष, अभिषेक गुप्ता महामंत्री, राकेश कुमार कोषाध्यक्ष, नरेंद्र शर्मा मंत्री, सतीश अवस्थी मंत्री, उदितेंदु वर्मा प्रचार प्रसार प्रमुख, नयनिका घोष सह प्रचार प्रसार प्रमुख, हरमोहन कुमार सदस्य, साहित्य विधा प्रमुख रामफल खटकड़, नृत्य विधा प्रमुख राखी जोशी, सह नृत्य विधा प्रमुख विजया फुलोरा, नाट्य विधा प्रमुख पवन, चित्रकला विधा प्रमुख दीपक कौशिक, सह चित्रकला विधा प्रमुख संगीता मूर्ति, लोककला विधा प्रमुख हरविंद्र राणा चयनित किए गए।
सभी नए कार्यकारिणी सदस्यों ने केंद्र अधिकारी का आभार प्रकट करते हुए निष्ठा से कार्य करने की घोषणा की। कार्यक्रम के दौरान हरियाणा प्रांत से आए कलाकारों ने अपनी प्रस्तुती भी दी। इसके अलावा सभी सदस्यों ने अपना अपना परिचय भी दिया। इस अवसर पर अंबाला जिला संघ चालक श्री प्रदीप खेड़ा जी चुनाव अधिकारी के रूप में उपस्थित थे तथा संस्कार भारती अंबाला इकाई से नागेंद्र शर्मा, जयप्रकाश जी, पिकेष बत्रा, नरेंद्र ठाकुर, संजीव महन्त, तरूण जलोटा, डॉ मधु शर्मा, संतोष कुमार सहित अन्य सदस्य शामिल रहे। अंत मे अंबाला इकाई अध्यक्ष प्रदीप स्नेही ने आये हुए सभी सदस्यों का धन्यवाद किया। वंदे मातरम के पश्चात सभा समाप्ति की घोषणा की गई।