10 जुलाई-अंबाला(प्रधुम्न कौशल)| पुलिस में डायल 112 की 28 गाड़ियां शामिल हो जाएंगी। इनमें तीन गाड़ियां शहर थाना कोतवाली के लिए रिजर्व होंगी और बाकी को अन्य थानों में भेज दिया जाएगा। ये गाड़ियां केवल आपातकाल सहायता के लिए होंगी और इनका टोल फ्री नंबर भी 112 होगा। 112 को ओपरेट करने के लिए कर्मचारियों को ट्रेनिग दी जा चुकी है। 12 जुलाई को मुख्यमंत्री मनोहर लाल पंचकूला के सेक्टर 3 स्थित बनाए गए कंट्रोल रूम स्टेट इमरजेंसी रिस्पोंस सेंटर (एसइआरसी) से दोपहर 12 बजे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
जर्जर एंबुलेंस से मिलेगा छुटकारा
पुलिस महकमे में मौजूदा समय में एक ही एंबुलेंस है जिसकी हालत दहनीय है। वहीं नई एंबुलेंस डायल 112 गाड़ियां आने से पुरानी से छुटकारा मिल जाएगा। कंडम वाहनों की नीलामी के बाद मूवमेंट के लिए वाहनों का संकट खड़ा है। बचे वाहनों को काम चलाऊ तरीके से चलाया जा रहा, जबकि महकमे को करीब 88 नए वाहनों की सख्त जरूरत है। पिछले साल दिसंबर में पुलिस ने जिन वाहन फार और टू व्हीलर की नीलामी की थी वे 2002 से 2006 के माडल थे। ऐसे में अब पुलिस महकमे के पास 228 में से 168 वाहन ही बचे हैं।
डायल 112 से ये सुविधाएं मिलेंगी
यदि बीच रास्ते में अगर कोई आपातकाल स्थिति बन जाती है तो मदद के लिए व्यक्ति को 112 डायल करने पर सही लोकेशन बतानी होगी, तभी गाड़ी की मदद मिल पाएगी और आपको सुरक्षित घर छोड़ कर आएगी। इनका कंट्रोल रूम पंचकूला होगा और यह व्यवस्था 24 घंटे होगी। पुलिस कंट्रोल रूम में मदद के लिए आने वाले फोन कॉल का पूरा ब्यौरा रखा जाएगा। इसके अलावा सहायता के दौरान सही पता मिलने के बाद गाड़ी सहायता के लिए 10 मिनट से भी कम समय में वहां पहुंच जाएगी तथा पीड़ित को अस्पताल तक पहुंचाया जा सकेगा।