07 जून-फरीदाबाद : एक लड़का नाबालिग लड़की को बहला फुसलाकर भगा ले गया वहीं मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस हरकत में आईं। थाना प्रभारी नूंह कृष्ण कुमार ने अपनी काबिल महिला पुलिस ऑफिसर ASI सुनीता बेनीवाल को इस मुकदमे की जिम्मेवारी सौपी।
मुकदमे की जिम्मेवारी को सुनीता ने गंभीरता से लिया और अपनी मेहनत सूझ बूझ और व उच्च अधिकारियों की दिशा निर्देश पर लड़का व लड़की को 24 घंटे के सर्च ऑपरेशन में पंजाब से बरामद कर लिया।जहाँ वह अपनी पहचान छुपा के रह रहा था। पंजाब पुलिस थाना सदर संगरुर ने महिला थानेदार के जज्बे को देखकर रात में ही मुलजिम को पकड़ने जुट गए।औऱ सफ़लता हासिल हुईं। पूछताछ से पता चला कि ये लड़का पहले भी कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर चुका है। यह बात देखते हुए माननीय न्यायालय ने 2 दिन पुलिस रिमांड दिया ताकि उसके द्वारा किये क्राइम की पड़ताल ठीक से हो सकें।।
अचानक से टॉयलेट करने के बहाने से वो लड़का पुलिस को चोट मारकर उनकी गिरफ्त से भाग जाता है। जैसे ही Asi सुनीता को पता चलता है तो सुनीता फिर उसको ढूंढने निकल पड़ती हैं और पूरी रात की मसक्कत के बाद उसको दुबारा पकड़ लाती है। 48 घंटे लगातार जाग कर बिना आराम किये एक शातिर मुजरिम को 2 बार पकड़ना उनकी वीरता और सूझबूझ का परिणाम है।
सुनीता बेनीवाल ये साबित कर दिया कि हरियाणा पुलिस की छोरी छोरों से कम नही है। ये सहरानीय काम देखते आज SP साहब नरेन्द्र बिजनारिया जिला (मेवात) और पुलिस प्रसासन को महिला ASI सुनीता बेनीवाल पर गर्व है। सुनीता भी अपने काम का श्रेय अपने उच्च अधिकारियों और अपनी टीम व परिवार को देती हैं।