20 अप्रैल – फरीदाबाद | अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग संजीव कौशल ने कहा कि कोरोना आपदा एक बार फिर से हमारे सामने गंभीर रूप में खड़ी है। ऐसे में हमें बेहतरीन व्यवस्था के साथ लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाना है। आपदा के इस दौर में संक्रमण रोकने के लिए सबसे ज्यादा जरूरत मरीजों की कांटेक्ट ट्रेसिंग करने की है। अतिरिक्त मुख्य सचिव मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए जिला में कोविड की स्थिति व सुविधाओं को लेकर निर्देश दे रहे थे। वीडियो कांफ्रेंस में फरीदाबाद से मंडल आयुक्त संजय जून, उपायुञ्चत गरिमा मित्तल, नगर निगम कमिश्नर जितेंद्र कुमार यादव सहित सभी अधिकारी शामिल हुए।
मीटिंग में निर्देश देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि जिला में अब तक कोविड-19 के 56 हजार 828 मरीज आ चुके हैं और इनमें से 50 हजार 808 मरीजों की इलाज के बाद छुट्टी हो चुकी है। मौजूदा समय में जिला में 5577 एक्टिव मरीज हैं। उन्होंने बताया कि जिला में रिकवरी रेट मौजूदा समय में 89.9 है। उन्होंने कहा कि आपदा के इस समय में स्थिति को और अधिक बेहतर करना हमारा उद्देश्य है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी अस्पतालों के 50 प्रतिशत बैड कोविड मरीजों के लिए तुरंत आरक्षित किए जाएं। इसके साथ ही होम आइसोलेशन एक बेहतर विकल्प है और फिलहाल हमारे 77 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक मरीज को दवा व जरूरी सामान की किट मुहैया करवानी है और प्रत्येक दो दिन के बाद उनके पास डॉक्टरों की विजिट भी करवानी है ताकि उन्हें किसी भी तरह की कोई दिक्कत न हो।
मीटिंग में निर्देश देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जल्द से जल्द कॉल सेंटर बनाने के निर्देश दिए। इस पर उपायुक्त गरिमा मित्तल ने कहा कि आईटीआई में 35 लोगों के साथ जल्द ही हेल्पलाइन सेंटर शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही पिछले वर्ष शुरू किए गए जन सहायक एप को दोबारा से एक्टिवेट किया जा रहा है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जिला में 100 बैड का क्रिटिकल कोरोना केयर सेंटर स्थापित करने के निर्देश भी दिए। इस पर उपायुक्त ने बताया कि ईसीआईएस मेडिकल कालेज में 150 बैड का क्रिटिकल कोरोना केयर सेंटर पहले ही स्थापित कर दिया गया है। उन्होंने निर्देश दिए कि आयुष विभाग जल्द से जल्द लोगों को इम्यूनिटी बूस्टर दवाएं वितरित करने का कार्य भी शुरू करे। इसके साथ ही उन्होंने दवाओं की निगरानी और कालाबाजारी पर सख्ती से निपटने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य लोगों को समय पर बेहतरीन सुविधाएं व दवाएं उपलब्ध करवाना भी है। इसके साथ ही ऑक्सीजन की जरूरत और स्थिति के बारे में भी उन्होंने विस्तार से जानकारी दी ।
मीटिंग में उन्होंने नगर निगम को निर्देश दिए कि वह शहरी क्षेत्रों में लगातार सेनेटाइजेशन का कार्य करें और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए संबंधित बीडीपीओ इस कार्य के लिए नोडल अधिकारी होंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना टेस्ट रिपोर्ट हर हालत में 24 घंटे में अवश्य आ जाए। इसके साथ ही उन्होंने तुरंत रिपोर्ट के लिए उन्होंने रैपिड एंटीजन टेस्टों की संख्या भी बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा से निपटने के लिए हमारे पास बजट की कोई कमी नहीं है बस हमें लोगों को समय से बेहतरीन सुविधाएं मुहैया करवानी हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों से संपर्क करें और लोगों को जागरूक करें कि किसी भी तरह से डरने की आवश्यकता नहीं है बल्कि जरूरी एहतियात बरतकर संक्रमण से बचने की आवश्यकता है। मीटिंग में एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, सीटीएम मोहित कुमार, सीएमओ रणदीप सिंह पुनिया, आईएमए की प्रधान डॉ. पुनिता हसीजा सहित कई अधिकारी व आईएमए के पदाधिकारी भी मौजूद थे।