31 मार्च – फरीदाबाद | भारतीय वायु सेना की ताकत में और इजाफा होने जा रहा है| राफेल लड़ाकू विमानों की नई खेप आज भारत पहुंच रही है| तीनों राफेल लड़ाकू विमान आज शाम अंबाला के एयरबेस पर लैंड करेंगे| ये तीनों लड़ाकू विमान फ्रांस से हिन्दुस्तान की लगभग 7 हजार किमी.की दूरी बिना रुके तय करेंगे| यूएई के आसमान में ही तीनों विमानों में एयर टू एयर रिफ्यूलिंग की जाएगी, यानी उड़ान के दौरान आसमान में ही ईंधन भरा जाएगा| भारत को अब तक 21 राफेल सौंपे जा चुके हैं जबकि 11 ही भारत आए हैं| ये सभी अंबाला में मौजूद वायुसेना के गोल्डन ऐरो स्क्वाड्रन का हिस्सा हैं और आज जो तीन राफेल आएंगे उन्हें भी गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में ही शामिल किया जाएगा|
भारत और फ्रांस के बीच 36 राफेल लड़ाकू विमान की डील है। भारत में फ्रांसीसी दूत इमैनुअल लेनिन ने कहा है कि कोरोना के बावजूद 2022 तक तय समय में सारे लड़ाकू विमान भारत को सौंप दिए जाएंगे। उन्होंने कहा है कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि कोरोना के बावजूद हम भारत को तय समय और उससे पहले राफेल सौंपने के लिए सक्षम हैं।
राफेल विमानों की पहली खेप 29 जुलाई 2020 को भारत पहुंची थी। लगभग छह सप्ताह बाद इन विमानों को भारतीय वायु सेना में शामिल करने के लिए एक समारोह आयोजित किया गया था। रक्षा मंत्री ने कहा कि करीब चार साल पहले भारत ने फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल विमान खरीदने के लिए एक समझौता किया था। दूसरी खेप में तीन नवंबर को तीन और तीसरी खेप में 27 जनवरी को तीन अन्य राफेल विमान भारत आए। रूस से सुखोई जेट विमानों की खरीदी के 23 साल बाद राफेल के रूप में भारत ने लड़ाकू विमानों की बड़ी खरीद की है। इन विमानों का पहला स्क्वाड्रन अंबाला वायु सेना स्टेशन में तैनात है और दूसरा स्क्वाड्रन पश्चिम बंगाल के हाशिमारा वायु सेना स्टेशन पर तैनात होगा।