14 जनवरी – फरीदाबाद | किसी भी अच्छे काम को करने के लिए हमेशा कुछ तरीके और साधन होते हैं। इसी तरह वर्चुअल वर्कशॉप और ऑनलाइन क्लास्सेस छात्रों को कठिनाई की परिस्थितियों में मदद कर रहे हैं। भारतीय शास्त्रीय संगीत की एक जानी मानी शख्सियत पद्मश्री विदुषी सुमित्रा गुहा ने भारत और विदेशों में छात्रों के लिए कार्यशाला की और एक समीक्षा कक्षा भी रखी। ‘सुमधुर हंसध्वनि ट्रस्ट’ द्वारा 9-10 जनवरी को वर्कशॉप का संचालन किया गया। वहां छात्रों को राग हंसध्वनि में सुमित्रा जी द्वारा एक स्वरचित ख्याल और एक मीरा भजन सिखाया गया। सभी प्रतिभागियों को एक संक्षिप्त रिकॉर्डिंग भेजी गई थी। अलग ऑडियो रिकॉर्डिंग से छात्रों को बाद में भी अभ्यास करने में मदद मिली। भारतीय शास्त्रीय संगीत सीखने की इस नई अवधारणा को छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों ने भी सराहा और पसंद किया। इस कार्यशाला में तबले पे सुमन चटर्जी और हारमोनियम पे अंकित कौल ने संगति की। ऐसी कठिन परिस्थिति में हमारे देश और विदेश में भारतीय शास्त्रीय और भक्ति संगीत को बढ़ावा देने के लिए यह एक बड़ी पहल थी।