न्यूज़ एनसीआर , (शारा गर्ग) 18 जून – फरीदाबाद | मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं सचिव पीयूष शर्मा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में कानूनी जागरूकता अभियान डव मिशन एंड कुट्टी मिशन के अंतर्गत हथीन सब डिविजनल के गांव अहरवां में लोगों को घर- घर जाकर घरेलू हिंसा से व्यथित महिलाओं को राहत दिलाने के लिए व उनकी पहचान करने, मामले को निपटाने, तथा उनके पुनर्वास के लिए विशेष कानूनी जागरूकता अभियान का आयोजन पैनल अधिवक्ता हंसराज शाण्डिल्य व पी एल वी अनिल कुमार द्वारा किया गया। हंसराज ने घरेलू हिंसा अधिनियम के बारे में जानकारी देते हुए कहा, इसका उद्देश्य किसी व्यक्ति को सजा देना नहीं है बल्कि पीडित महिला को राहत दिलाना है, पीडित महिला की समस्याएं जैसे आर्थिक समस्याएं, रहने की समस्या, सुरक्षा की समस्या, इत्यादि का समाधान करना है। इसके अलावा जानने की बात यह है की घरेलू हिंसा में शारीरिक प्रताडना, मानसिक प्रताडना, आर्थिक दुरुपयोग और भावनात्मक उत्पीडन भी इसी दायरे में आते हैं। पीडिता इस कानून के तहत किसी भी राहत के लिए आवेदन कर सकती है जैसे कि संरक्षण आदेश, आर्थिक राहत, बच्चों के अस्थाई संरक्षण (कस्टडी) का आदेश, निवास आदेश या मुआवजे का आदेश पीडित निशुल्क क़ानूनी सहायता के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पलवल से संपर्क कर सकती है या हेल्पलाइन नंबर 01275-298003 पर फोन करके कानूनी सलाह प्राप्त कर सकती हैं।
लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें मुख्य अतिथि विराट हिंदुस्तान संगम के जिला महामंत्री जयसिंह गुलिया व महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष चंचल रही, मंच का संचालन महेश जी ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके किया गया। विराट हिंदुस्तान संगम के जिला महामंत्री जयसिंह गुलिया ने अपने विचार रखते हुए कहा कि स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाली अप्रितम शौर्य के प्रतिमूर्ति
रानी लक्ष्मी बाई के जीवन पर प्रकाश डाला और बताया कि रानी लक्ष्मीबाई हिंदुस्तान की प्रथम वीरांगना थी जिन्होंने अपना राज पाठ को त्याग कर देश की रक्षा करने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया यहां तक कि उन्होंने अपने छोटे से बच्चे तक की परवाह न करते हुए उसे अपनी पीठ पर बिठाकर अंग्रेजों से युद्ध किया। चंचल जी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आज की नारी शक्ति को उनसे प्रेरणा लेते हुए आगे बढऩा चाहिए और राष्ट्र के प्रति निष्ठावान और सामाजिक कार्य में भाग लेने का भी आह्वान किया।