न्यूज़ एनसीआर, (उदयचंद माथुर) 27 अगस्त-हथीन |स्थानीय अनाज मंडी स्थित मार्किट कमेटी कार्यालय परिसर में एक श्रृद्धांजलि सभा का आयोजन कर पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर व दो मीनट का मौन रख उन्हें भावभिनी श्रृद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मार्किट कमेटी के चेयरमैन लेखराज सहरावत, वाईस चेयरमैन नरेश चंद सिंगला, भाजपा के जिला महासचिव जयसिंह चौहान, डा. कर्नल राजेन्द्र सिंह रावत, सूरज पांडे, हथीन नगरपालिका के चेयरमैन सुमित राजपूत, मोतीराम शर्मा, ज्ञानसिंह तेवतिया, सुरेन्द्र सहरावत, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष हारून, पूर्व मंत्री सुभाष कत्याल, संजय सिंह राणा, दाऊद खान, अब्दुल रजाक, श्री राम युवा संगठन के अध्यक्ष अनिल कौशिक, उपाध्यक्ष भारत भूषण शर्मा, देवन शर्मा, ठाकुर अशोक कुमार, युवा अध्यक्ष सतवीर रावत बहीन, सुंदर मुनी, धनराज रावत मानपुर, यशवंत कुमार, प्रेम पांडे, सुधीर कुमार आर्य, सतवीर मैम्बर मानपुर एवं नवीन बैंसला आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।
श्रृद्धांजलि सभा में मार्किट कमेटी के चेयरमैन लेखराज सहरावत ने स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में चंद शब्द कहते हुए कहा कि अटल जी सबके दिलों में बसे हुए हैं। वे एक अच्छे कवि होने के साथ साथ एक अच्छी छवि वाले नेता थे। कभी भी किसी के प्रति द्वेष नहीं करते थे। मार्किट कमेटी के वाईस चेयरमैन नरेश चंद सिंगला ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रृद्धांजलि देते हुए कहा कि स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का नाम देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी था। उन्होंने कहा कि अटल जी एक ऐसे नेता थे जिनकी विपक्ष भी इज्जत करता था।
नगरपालिका हथीन के चेयरमैन सुमित राजपूत ने कहा कि भारत रत्न स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को भूला नहीं जा सकता। अटल जी की याद सबके दिलों मे हैं, वे भारत के लिए जीए थे, 16 अगस्त को सबको अलविदा करके चले गए। उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी एक नेक इंसान थे, वे पत्रकार एवं एक प्रसिद्ध कवि भी थे। करणी सेना के संजय सिंह राणा ने कहा कि स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जितनी प्रशंसा की जाए, उतनी कम है। एक अच्छे राजनेता होने के साथ साथ वे एक कवि भी थे। उन्होंने कहा कि कारगिल की लडाई में अटल जी ने भारत को जीत हासिल करवाई थी। स्वंय बॉर्डर पर पहुंचकर उन्होंने देश के सैनिकों का हौंसला बढाया था और उनके नेतृत्व में हमारे देश के सैनिकों ने जीत हासिल की थी। आज भारत देश उनको नमन करता है। इसके अलावा अन्य कई वक्ताओं ने भी अटल जी के जीवन पर प्रकाश डाला और उन्हें अपनी श्रृद्धांजलि अर्पित की।