न्यूज़ एनसीआर, (मनीष आहूजा) 30 मार्च-पुन्हाना |किसानों के भारी दबाव के बाद पुन्हाना आईटीआई में शनिवार को सरसों की सरकारी खरीद शुरू हो गयी। खरीद करते समय अधिकारी नमी देखने का यंत्र साथ लिए हुए थे। जिस सरसों में 8 या इससे कम नमी थी, उस सरसों को खरीदा गया। जिसमें अधिक नमी थी उन किसानों को सरसों सुखाने के लिए बोल दिया गया। हैफेड कंपनी के द्वारा सरसों की खरीद की जा रही है। हैफैड अधिकारी का कहना है कि किसानों मंडी में सरसों सुखाकर लाएं। पुरानी सरसों की मिलावट न करके लाए। जिससे किसानों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। किसान सरकार की इस ऑनलाइन प्रणाली को किसानों का शोषन बता रहे है। किसान ताहिर, जाहिद, धर्मी, रमजान, नसीम, मुस्तकीम, सलमान, अबरार का कहना है कि सरकार की ऑनलाइन प्रणाली के द्वारा एक किले के अनुसार 15 मन यानी 6.5 क्विंटल ही सरसों की खरीद की जा रही है। जबकि एक किले में 30 मन यानी तकरीबन 12-13 क्विंटल सरसों की पैदावार होती हैं। बाकि बची हुई सरसों को लेकर किसानों में भारी परेशानी है, जिसे वह अन्य आढतीयों को औन-पौने दामों में बेचने को मजबूर है। मंडी में तकरीबन 600 क्विंटल सरसों लाई गई, लेकिन सरसों को गीला बताकर किसानों को सरसों सुखाने की बोलकर वापिस भेज दिया गया। सरसों सरकारी भाव 4200 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदी जा रही है। हालांकि किसानों को विश्वास नहीं हो रहा था कि आज सरकारी खरीद होगी, इसलिए कम ही लोग मंडी में पहुंचे। देशी तराजू से तौली जा रही सरसों अनाज मंडी में सरसों की खरीद को लेकर किसानों का जमकर शोषण किया जा रहा है। तो वहीं किसानों की सरसों की तुलाई देशी तराजू से की जा रही है।